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Kasoor
हाँ मैं गुमसुम हूँ
इन राहों की तरह
तेरे ख्वाबों में
तेरी ख्वाहिशों में छुपा
ना जाने क्यों
है रोज़ का सिलसिला
तू रूह की है दास्तान
तेरे ज़ुल्फ़ों की ये नमी
तेरी आँखों का ये नशा
यहाँ खो भी जाऊं तोह मैं
क्या कसूर है मेरा
क्यों ये अफ़साने
इन लम्हों में खो गए
हम घायल थे
इन लफ़्ज़ों में खो गए
थे हम अनजाने
अब दिल में तुम हो छुपे
हम हैं सेहर की परछाइयां
तेरी साँसों की रात है
तेरे होंठों की है सुबह
यहाँ खो भी जाऊं तोह मैं
क्या कसूर है मेरा
क्या कसूर है मेरा
तेरी…
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Kasoor
हाँ मैं गुमसुम हूँ
इन राहों की तरह
तेरे ख्वाबों में
तेरी ख्वाहिशों में छुपा
ना जाने क्यों
है रोज़ का सिलसिला
तू रूह की है दास्तान
इन राहों की तरह
तेरे ख्वाबों में
तेरी ख्वाहिशों में छुपा
ना जाने क्यों
है रोज़ का सिलसिला
तू रूह की है दास्तान
तेरे ज़ुल्फ़ों की ये नमी
तेरी आँखों का ये नशा
यहाँ खो भी जाऊं तोह मैं
क्या कसूर है मेरा
तेरी आँखों का ये नशा
यहाँ खो भी जाऊं तोह मैं
क्या कसूर है मेरा
क्यों ये अफ़साने
इन लम्हों में खो गए
हम घायल थे
इन लफ़्ज़ों में खो गए
थे हम अनजाने
अब दिल में तुम हो छुपे
हम हैं सेहर की परछाइयां
इन लम्हों में खो गए
हम घायल थे
इन लफ़्ज़ों में खो गए
थे हम अनजाने
अब दिल में तुम हो छुपे
हम हैं सेहर की परछाइयां
तेरी साँसों की रात है
तेरे होंठों की है सुबह
यहाँ खो भी जाऊं तोह मैं
क्या कसूर है मेरा
क्या कसूर है मेरा
तेरे होंठों की है सुबह
यहाँ खो भी जाऊं तोह मैं
क्या कसूर है मेरा
क्या कसूर है मेरा
तेरी…
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